shayari papa ke liye|shayari for father
1 . कहाँ वो लोग शकुन पाते है।
जिनको पिता की क़दर नहीं होती
वक़्त देता भी उनको वही है ,
जो वो अपने पिता को देते है।
2 . पिता नाम है , उस खुले आसमान का ,
जो एक नन्हें से परिंदे की पहली उड़ान ,
का सहारा बनता है।
Very nice poetry. Https://www.pediaforu.com
ReplyDelete